Rudraksha Convention Centre varanasi

अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र 

रुद्राक्ष           

 भारत-जापान सहयोग      आधारशीला       डिजाइन एवं  निर्माण        विशेषता     मुख्य उद्देश्य

पर्यटन



RURAKSHA
VARANASI RUDRAKSHA
भारत - जापान सहयोग: जापानीज टेक्नोलॉजी एवं भारतीय सांस्कृतिक मिलता जुलता अनूठा और अदभुत मिसाल है। यह काशी की सांस्कृतिक और समृद्धि की झलक प्रस्तुत करता हुआ बहुत ही मनमोहक दृश्य प्रस्तुत कर रहा।भारत - जापान के बीच दोस्ती एवं  वाराणसी-क्योटो मैत्री की प्रतीक है, ''रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर"


आधारशीला: 12 दिसम्बर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी और जापानीज प्रधानमंत्री  शिंजो अबे जब वाराणसी आये थे, प्रधानमंत्री शिंजो अबे वाराणसी में स्वागत समारोह से गदगद हो कर क्योटो की तर्ज पर वाराणसी को स्मार्ट सिटी और रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर बनवाने का प्रस्ताव रखा, और इसका निर्माण कार्य 10 जुलाई 2018 इसकी आधारशीला रखी गई.


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर डिजाइन एवं  निर्माण: इसके डिजाइन का कार्य जापानीज कंपनी ओरियंटल कंसल्टेंट ग्लोबल ने तैयार किया, यह शिवलिंग आकर में डिजाइन किया गया है इसके नर्माण कार्य फुजिता कारपोरेशन ने 186 करोड़ की लागत से 3 साल में पूराकिया 15 जुलाई 2021 को यानि आज ही के दिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी जी ने उद्घाटन करके वाराणसी और राष्ट्र की जनता को समर्पित किया, साथ में जापानीज प्रतनिधि मंडल भी साथ रहे.


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर वाराणसी के सिगरा में तीन एकड़ एरिया में इसका निर्माण कार्य हुआ है, यह लगभग 13196 sq mt फैला हुआ है 


रुद्रक्षा कन्वेंशन सेंटर की विशेषता: अत्याधुनिक सुविधावों  से युक्त है, रुद्राक्ष देश के सबसे हाईटेक कन्वेंशन सेंटर में से एक, इसके शीर्ष में रुद्राक्ष के 108 दाने लगे है जो की एल्मुनियम से बनाये गये है, आग लगने में खुद ही बुझाने में सक्षम है इसमें स्मोक हीट डिटेक्टर लगे है जिससे फायर अलार्म एड्रोसेबल पैनल को सूचना मिलता है और कंपार्टमेंट में लगे वाटर कर्टेन आग बुझा देंगे, लाइट सीस्टम में सेंसर लगे है जो जरुरत के अनुसार ऑन ऑफ होंगे, शौचालय सेंसर युक्त नल और दिब्यांग जानो के सुविधा युक्त है, दिब्यांगों के लिए व्हील चेयर लगी है, इसमें बने हाल में 1200  लोगो के बैठने की ब्यवस्था है, बेसमेंट करपार्किंग में 120 गाड़ियों एक साथ खड़ी किया जा सकता है, 150 लोगों के छमता वाला दो कांफ्रेसिंग है जो विशेष सुविधावोंसे से लैस है जिसे जरुरत पड़ने पर छोटा बड़ा किया जा सकता है.


रुद्राक्ष के बनाने का मुख्य उद्देश्य म्यूजिक कान्सर्ट, नाटक: ‘रुद्राक्ष’ केंद्र का उद्देश्य लोगों को सामाजिक और सांस्कृतिक संवाद के अवसर प्रदान करना है. यहां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, प्रदर्शनी, संगीत समारोहों अन्य कार्यक्रम हो सकेंगे. इसके गलियारे को अलग-अलग तरह की पेंटिंग्स से सजाया गया है.


पर्यटन: कशी में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के साथ, दो रो-रो क्रूज की सुविधा का भी लोकार्पण, रो-रो का नाम 1- विवेकानंद 2- सैम माणिक साव है, रो-रो क्रूज से गंगा घाटों की दर्शन अस्सी से राजघाट के बीच चलेगी, वाराणसी के विषय घाटों की जानकारी के लिए रो-रो में लगे टेलीविजन के माध्यम से पर्यटको को घाटों के नाम, निर्माण की जानकारी दी जाएगी, 


1. क्रूज विशेष सुविधावो से लैस है- क्रूज दो मंजिल का है 200पर्यटक बैठ सकते है, क्रूज में वॉशरूम और शौचालय,ओपन एयर रेस्तरां, पार्टियों के लिए बुकिंग सुविधा,

17 Comments

  1. इतिहास की अच्छी जानकारी मिली

    ReplyDelete
Previous Post Next Post